Sonali Phogat Murder Case : हाई प्रोफाइल सोनाली फोगट हत्याकांड का मामला अब सामने आया है। गोवा पुलिस कई बिंदुओं पर जांच कर रही है।
पीए सुधीर सांगवान और उनके साथी सुखविंद्र ने बताया कि सोनाली को पानी की बोतल में मेथामफेटामाइन की दवा मिलाकर पिलाई गई थी।
इन दवाओं को सुधीर सांगवान ने 12,000 रुपये में खरीदा था। पुलिस ने क्लब के महिला शौचालय से नशीला पदार्थ युक्त पानी की बोतल बरामद की थी।
जांच अधिकारी प्रशाल देसाई ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि सोनाली फोगट की मौत के मामले में केस हिस्ट्री तैयार की गई है।
सोनाली फोगट, सुधीर सांगवान, सुधीर सांगवान गोवा पहुंचकर सोनाली को नशीला पदार्थ देकर उसकी मौत, हत्या के मामले से जुड़े सबूत, पोस्टमार्टम रिपोर्ट, फॉरेंसिक साइंस रिपोर्ट, सीसीटीवी फुटेज, मृतक का मोबाइल उपलब्ध है.
इस मामले में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. सुधीर सांगवान और सुखविंदर को हत्या समेत अन्य धाराओं में गिरफ्तार किया गया है।
इसके अलावा कर्लीज क्लब के मालिक एडविन रामा मांड्रेकर वेटर दत्ता प्रसाद को एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है। दत्ता प्रसाद ने ही सुधीर को 12 हजार रुपये में नशा कराया था।
सुधीर ऑस्ट्रेलिया भी नहीं गया
पुलिस पूछताछ में सुधीर सांगवान ने कबूल किया कि उसने बोतल में मिलाकर नशीला पदार्थ दिया था। उसने बचा हुआ नशा महिला शौचालय में छिपा दिया। पुलिस टीम ने शौचालय से नशीला पदार्थ बरामद किया।
सोनाली फोगट के बहनोई कुलदीप फोगट ने सुधीर सांगवान के उस बयान को खारिज कर दिया, जिसमें सोनाली ने पहली बार ऑस्ट्रेलिया में ड्रग्स लिया था। कुलदीप फोगट ने कहा कि वहां हमारे परिवार के कई लोग हैं।
उन सभी से सोनाली मिल चुकी थी। वह वहां घरवालों के साथ रहकर कैसे नशा कर सकती है। दूसरी बात, सुधीर सांगवान ऑस्ट्रेलिया भी नहीं गए थे।
कितनी खतरनाक है यह ड्रग्ज
मेथेम्फेटामाइन एक बहुत ही खतरनाक दवा है। ऐसा माना जाता है कि इसकी लत बहुत तेज होती है। यह दवा नशेड़ी के केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को सीधे प्रभावित करती है।
यह नशीला पदार्थ कांच के टुकड़ों जैसा दिखता है और बहुत चमकीला होता है। बहुत अधिक मात्रा में यह मस्तिष्क में मनोविकृति, दौरे और रक्तस्राव का कारण बन सकता है।