Kanpur MMS Scandal : साई निवास गर्ल्स हॉस्टल, काकादेव, कानपुर के एमएमएस कांड में पकड़े गए आरोपी सफाईकर्मी ऋषि के मोबाइल से पुलिस ने 10 वीडियो बरामद किए हैं, जो हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं का बताया जा रहा है।
पुलिस इसकी तलाश में है। शुक्रवार को भी छात्रावास से छात्राओं का पलायन जारी रहा। एसीपी कल्याणपुर दिनेश कुमार शुक्ला ने हॉस्टल पहुंचकर जांच की।
गुरुवार को घटना के सामने आते ही छात्राओं ने आरोप लगाया था कि मौके पर पहुंची 112 पुलिस ने ऋषि का मोबाइल लौटा दिया था।
जिसके बाद उन्होंने सभी अश्लील वीडियो और फोटो डिलीट कर दिए थे। हालांकि एसीपी दिनेश कुमार शुक्ला का कहना है कि छात्राओं का आरोप झूठा है।
सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने ऋषि को उसका लॉक खोलने के लिए मोबाइल दिया था। इस दौरान उसने कई वीडियो फोन से डिलीट भी किए थे, लेकिन वे गूगल ड्राइव में सेव हो गए थे, जिन्हें पुलिस ने देर रात बरामद कर लिया।
बाकी डिलीट किए गए वीडियो के लिए मोबाइल को लखनऊ की फॉरेंसिक लैब में भेजा जाएगा। आरोपी जिस छात्रा का वीडियो बना रहा था वह अमरोहा की रहने वाली है, उसने भी हॉस्टल छोड़ दिया है।
कुछ दरवाजे नीचे से टूटे हुए पाए गए
एसीपी ने साईं हॉस्टल पहुंचकर मामले की जांच की। हर कमरे और बाथरूम में देखा जहां कुछ दरवाजे नीचे से टूटे हुए मिले। दरवाजे के नीचे हाथ लगाने के लिए पर्याप्त जगह थी।
पुलिस ने यहां लगे सभी सीसीटीवी कैमरों को खराब पाया, डीवीआर (डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर) को पुलिस ने जब्त कर लिया है।
छात्राओं में बदनामी का डर
जब से छात्राओं को पता चला कि आरोपियों के मोबाइल में कई वीडियो मिले हैं, तो वे डर गईं। हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं का कहना है कि वीडियो कितने दिनों से बन रहा है यह किसी को नहीं पता।
आरोपी आठ साल से हॉस्टल में काम कर रहा था। न जाने कितनी छात्राओं के वीडियो बनाया होगा। वहीं कुछ छात्राओं ने कहा कि अगर परिवार को पता चला या वीडियो वायरल हुआ तो बहुत बदनामी होगी।
इससे उनका भविष्य भी खराब होगा। छात्राओं को लेने आए परिवार के कुछ सदस्यों ने भी मीडिया से बातचीत की।उन्होंने कहा कि उन्होंने वीडियो बनाने के बारे में सुना है।
अगर ऐसा है तो आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। छात्रावास में फिलहाल 35 छात्राएं रह रही हैं, जिनके बयान लिए जाएंगे।