Game of Conversion : यूपी के गाजियाबाद में पुलिस को ऑनलाइन गेमिंग के जरिए धर्मांतरण रैकेट में बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी शाहनवाज खान मकसूद उर्फ बद्दो को गिरफ्तार कर आज ठाणे कोर्ट में पेश किया। गेमिंग एप के जरिए शाहनवाज इस रैकेट को चला रहा था। कोर्ट ने शाहनवाज की ट्रांजिट रिमांड 15 जून तक मंजूर कर ली। अब शाहनवाज को सड़क मार्ग से गाजियाबाद लाया जाएगा।
इससे पहले शाहनवाज पुलिस से बचने के लिए लगातार ठिकाना बदल रहा था। पुलिस ने शाहनवाज के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर भी जारी किया था। शाहनवाज इस पूरे धर्मांतरण रैकेट का मास्टरमाइंड बताया जाता है। इस मामले में पाकिस्तान का कनेक्शन भी सामने आ रहा है। मामले में वेबसाइट का लिंक भेजकर मोबाइल में शानदार गेम का ऑफर दिया जा रहा था. इस मामले में पाकिस्तान के दो यूट्यूब चैनलों की भी पहचान हुई है।
शाहनवाज लगातार ठिकाना बदल रहा था
अलीबाग से गिरफ्तार होने से पहले शाहनवाज उर्फ बद्दो लगातार अपना ठिकाना बदल रहा था. इस संबंध में मामला दर्ज होने के तुरंत बाद से वह 31 मई से फरार चल रहा था। शाहनवाज इतना शातिर था कि इंटरनेट से ही कॉल कर रहा था। कॉल करने के बाद वह अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर रहा था।
इसी बीच खबर आई थी कि वह भी सरेंडर करने के मूड में थी। पुलिस से बचकर शाहनवाज ठाणे पहुंचा था। यहां वह अलीबाग के एक लॉज में छिप गया। यहां शाहनवाज ने अपना नाम और पहचान भी बदल ली थी। पुलिस से बचने के लिए वह केवल नकद भुगतान कर रहा था।
शाहनवाज 12वीं पास हैं
आरोपी शाहनवाज उर्फ बद्दो ठाणे जिले के मुंब्रा का रहने वाला है. शाहनवाज के बारे में मिली जानकारी के मुताबिक वह केवल 12वीं पास हैं. इसके बावजूद वह तकनीकी रूप से काफी मजबूत हैं। पुलिस ने बताया कि वह ऑनलाइन गेमिंग का काफी मंहगा खिलाड़ी है। शाहनवाज काफी समय से कई लड़कों के संपर्क में था।
पुलिस ने इस मामले में खुलासा किया था कि मामले का मुख्य आरोपी शाहनवाज बच्चों को फ्लाइट से दुबई ले जाने की फिराक में था. पुलिस को यह जानकारी ग्रुप चैट से मिली। ग्रुप चैट में लिखा था कि वह बच्चों को मुफ्त में हवाई जहाज से दुबई ले जाएगा। इस साजिश का खुलासा होने के बाद पुलिस सक्रिय हो गई। पुलिस ने बताया कि धर्म परिवर्तन के लालच में शाहनवाज बच्चों को विदेश घूमने का झांसा दे रहा था।
गाजियाबाद पुलिस ने मामला दर्ज किया था
इस मामले में गाजियाबाद पुलिस ने केस दर्ज किया था। गाजियाबाद में रहने वाले एक शख्स ने हाल ही में शिकायत दी थी। शिकायत में कहा गया है कि मौलवी अब्दुल रहमान और बद्दो ने हाल ही में 12वीं पास करने वाले अपने बेटे का धर्म परिवर्तन कराया था. उसका बेटा एक ऑनलाइन गेम के जरिए बद्दो के संपर्क में आया था।
मामले में संजय नगर सेक्टर-23 मस्जिद के मौलवी अब्दुल रहमान और मुंबई के शाहनवाज बद्दो का नाम सामने आया था. दोनों पर हिंदू लड़कों का ब्रेनवॉश कर उन्हें नमाज पढ़ाने का आरोप था। इस मामले में पुलिस ने 4 जून को मस्जिद के मौलवी अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया था. गेम जिहाद मामले में गाजियाबाद पुलिस लगातार केंद्रीय जांच एजेंसियों के संपर्क में है।
- ठाणे के एक लॉज में दबोचे गए शाहनवाज उर्फ बद्दो ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह FIR दर्ज होने के बाद डर गया था।
- शाहनवाज गेमिंग ऐप के जरिए बच्चों को धर्मांतरण के लिए उकसाता था, वह अपने ऐप की रैंकिंग को टॉप पर रखता था।
- शाहनवाज उर्फ बद्दों गेमिंग ऐप खेल रहे बच्चों से अगले स्टेज में जाने के लिए कुरान की आयतें पढ़ने को कहता था।
- पुलिस के ऐक्टिव हो जाने के बाद बद्दो 31 मई की रात को फरार हो गया था।
- वह अलीबाग के एक लॉज में छिप गया था, जहां वह अपना नाम और पहचान बदलकर रह रहा था।
- वह लॉज के पेमेंट कैश में करता था, जिससे की उसकी लोकेशन के बारे में पुलिस को पता न लगे।
कई शहरों से जुड़े धर्मांतरण के रैकेट के तार
ऑनलाइन गेमिंग के धर्मांतरण मामले में गाजियाबाद के अलावा गुजरात के मुंब्रा से भी लिंक जोड़े जा रहे हैं. गुजरात से 400 लोगों के धर्मांतरण का मामला सामने आया है। इस मामले में गुजरात सनातन संघ के अध्यक्ष उपदेश राणा ने पुलिस को फोन कर पूरे मामले की जानकारी दी. खास बात यह है कि मामले के मुख्य आरोपी शाहनवाज की आखिरी लोकेशन भी मुंब्रा में ही मिली थी।