क्राइम स्टोरी: उसे मर्डर इस तरह करना था कि यह मर्डर न लगे। जैसे एक सामान्य मौत हुई। और उसने वैसेही मर्डर किया। एक व्यक्ति के पेट में अचानक दर्द होने लगा। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
उनके शरीर की धड़कन से अचानक कई अंग फेल हो गए। फिर वह मर गया। लेकिन यह मौत सामान्य नहीं थी। इसके पीछे गजब की साजिश थी। जिस साजिश को खुद उसकी पत्नी ने अंजाम दिया था।
7 महीने तक उसने साजिश रची और 2 महीने तक वह अपने पति को मारती रही। लेकिन आखिर ऐसी क्या साजिश थी कि उसने हत्या कर दी और मरने से पहले उसे कभी इसका एहसास नहीं होने दिया।
मुंबई में सांताक्रूज के बिजनेसमैन मर्डर की कहानी

मुंबई का सांताक्रूज इलाका। कमलकांत शाह का परिवार यहां के पॉश इलाके में रहता है। परिवार में पत्नी काजल शाह। उनके दो बच्चे। कमलकांत शाह की मां भी पहले रहती थीं।
लेकिन इसी साल अगस्त के महीने में पेट में दर्द और फिर मल्टी ऑर्गन फेलियर की वजह से उनका निधन हो गया। कमलकांत शाह एक गारमेंट कंपनी का बिजनेस चलाते थे। उसकी पत्नी से कुछ वर्षों से विवाद चल रहा था।
दोनों के बीच खूब मारपीट हुई। तब पत्नी पिछले साल अपने दो बच्चों को लेकर मायके चली गई थी। इसके बाद जून 2022 में वह फिर पति के घर लौट आई।
हालांकि, काजल के अपने पति के साथ संबंध अच्छे नहीं थे। लेकिन दोनों बच्चों की अच्छी परवरिश के लिए वह अपने पति कमलकांत के पास आ गई। ताकि बच्चों को माता-पिता दोनों का प्यार मिल सके।
तब तक सब ठीक चल रहा था। 24 अगस्त 2022 की बात है। कमलकांत शाह के पेट में बहुत दर्द होने लगा। उल्टी भी होने लगी। इसके बाद उन्होंने अपने फैमिली डॉक्टर को घर बुला लिया।
उसे अपनी परेशानी बताकर दवा भी ली। लेकिन आराम नहीं मिला। उल्टी और दर्द बढ़ता ही जा रहा था। इसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया।
यहां भी उन्हें इलाज से आराम नहीं मिला तो उन्हें मशहूर बॉम्बे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। कपड़ा व्यवसायी को यहां भी चैन नहीं आया।
डॉक्टरों ने उनके कई मेडिकल टेस्ट किए। ब्लड टेस्ट हुए। उसकी रिपोर्ट देखकर डॉक्टरों को यकीन नहीं हुआ। इलाज चलता रहा लेकिन 19 सितंबर को कमलकांत शाह की मौत हो गई।
साइलेंट पॉइजन से हुए मर्डर
डॉक्टरों ने जब कमलकांत शाह के खून की जांच की तो उसमें धातु की मात्रा सामान्य से कई सौ गुना ज्यादा थी. यह जांच रिपोर्ट 13 सितंबर को ही आई थी।
जिसमें पाया गया कि कमलकांत शाह के खून में आर्सेनिक की मात्रा सामान्य से 400 गुना और थैलियम की मात्रा 365 गुना ज्यादा है।
यहां यह जानना जरूरी है कि शरीर में सामान्य से अधिक मात्रा में आर्सेनिक का होना जहर के समान है। दरअसल ये दोनों सायलेंट जहर हैं।
इससे यह शंका होने लगी कि कमलकांत शाह के शरीर में इन दोनों धातुओं की मात्रा कैसे बढ़ गई। इसके बाद उसके शव का पोस्टमॉर्टम किया गया। इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की।
जब पुलिस के होश उड़ गए
इस अजीबोगरीब और बेहद सस्पेंस वाले मामले की जांच मुंबई क्राइम ब्रांच ने शुरू कर दी है। इस मामले में पुलिस ने कमलकांत शाह की बहन कविता से बात की।
कमलकांत की पत्नी काजल से भी पूछताछ की गई। इस दौरान कविता ने बताया कि जब उसका भाई अस्पताल में भर्ती था तब भी काजल बार-बार कुछ पैसे मांग रही थी।
इसके लिए मैंने कभी उनके चेहरे पर व्यथित भाव नहीं देखा। यह भी बताया कि कमलकांत की मौत के कुछ दिन बाद उसकी पत्नी काजल ने जीवन बीमा की जानकारी जुटानी शुरू कर दी।
ऐसे में उन्हें शक है कि मौत के पीछे कोई और वजह तो नहीं है। इसी शक के आधार पर क्राइम ब्रांच ने काजल की कॉल डिटेल से पूरी पड़ताल शुरू की।
इस दौरान यह भी पता चला कि कमलकांत शाह की मां सरला देवी की मौत भी इसी तरह हुई थी। 13 अगस्त 2022 को कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में बहु-अंग विफलता के कारण कमलकांत की मां की मृत्यु हो गई।
एक महीने बाद कमलकांत की भी उसी तरह मौत हो गई। यानी इन दोनों मौतों के पीछे कोई खास वजह नहीं है। सवाल यह भी था कि उसके शरीर में कितना खतरनाक रासायनिक आर्सेनिक और थैलियम आया होगा।
इस पर डॉक्टरों से राय ली गई। तब डॉक्टरों ने बताया कि अगर पानी या खाने में आर्सेनिक और थैलियम दोनों मिला दिए जाएं तो न तो रंग में कोई बदलाव होता है और न ही टेस्ट में।
लेकिन सवाल यह था कि क्या कमलकांत, उनकी मां, पत्नी काजल और दो बच्चे एक ही परिवार में हैं। सभी लोग एक जैसा खाना और पानी पी रहे हैं तो दो लोगों में ज्यादा कैसे पाया गया।
इसके बाद काजल को मेडिकल टेस्ट कराने के लिए कहा गया तो पहले तो उन्होंने मना कर दिया। इसके बाद पुलिस ने उसकी कॉल डिटेल खंगाली तो पता चला कि काजल कमलकांत शाह के बचपन के दोस्त हितेश जैन से खूब बातें करती थी।
इसके बाद पुलिस ने दोनों की पूरी डिटेल निकाली और पूछताछ की तो पता चला कि दोनों एक दूसरे से प्यार करते हैं।
इसिलीए दोनों ने मिलकर कमलकांत की प्रॉपर्टी और इंश्योरेंस के पैसे पाने के लिए ऐसा मर्डर किया जिससे दोनों की मौत हो जाए और शक भी नहीं हो।
इंटरनेट पर पढ़कर 7 महीने से हत्या की साजिश रच रहा था प्रेमी
इस पूरी पड़ताल में पता चला कि हितेश जैन ने इंटरनेट पर पढ़ा था कि, इसमें ऐसा केमिकल या मटेरियल है जिसे खाने से इंसान की मौत हो सकती है और किसी को इस पर शक भी नहीं होता।
इंटरनेट पर पढ़ने के बाद हितेश को पता चला कि आर्सेनिक और थैलियम साइलेंट जहर हैं। इन दोनों का अपना कोई रंग नहीं है। यानी अगर इसे पानी या खाने में मिला दिया जाए तो कोई फर्क नहीं दिखेगा।
साथ ही इनमें स्वाद भी नहीं होता है। यानी जब इसे किसी चीज में मिला दिया जाए तो खाने-पीने पर कोई फर्क नहीं पता चलेगा। लेकिन ये धीरे-धीरे शरीर में जहर का काम करेंगे।
जिससे इंसान के शरीर के अंदर के अंग काम करना बंद कर देते हैं और मौत हो जाती है। आर्सेनिक और थैलियम दोनों देश में प्रतिबंधित हैं। यानी इसे कोई आसानी से नहीं खरीद सकता।
लेकिन कुछ बिजनेस ऑपरेशंस के लिए इसे शर्तों और जानकारी को लिखित में देकर खरीदा जा सकता है। इस मामले में भी हितेश ने फर्जी बिजनेस प्लान बनाकर एक कंपनी से आर्सेनिक और थैलियम दोनों मंगवाए थे।
जून में पति के घर लौटने के बाद से काजल इन दोनों को पानी में मिलाकर अपनी सास और कमलकांत दोनों को दे रही थी। चूँकि आर्सेनिक और थैलियम दोनों बिना कोई रंग छोड़े पानी में आसानी से घुल जाते हैं, इसलिए पीने में कभी कोई संदेह नहीं था।
इस वजह से धीरे-धीरे उनके शरीर के अंग खराब होने लगे। कमलकांत की मां बूढ़ी थीं, इसलिए उनका देहांत पहले हो गया। कमलकांत की मृत्यु के एक महीने के भीतर ही उसकी मृत्यु हो गई।
इन दोनों की मौत के बाद पूरी प्रॉपर्टी और गारमेंट बिजनेस पर काजल का हक होना था। इसके अलावा कमलकांत का लाखों रुपए का बीमा भी था।
काजल इसे भी हथियाना चाहती थी। यह हितेश और काजल की साजिश थी कि कमलकांत और उसकी मां की मौत के बारे में किसी को पता भी नहीं चलेगा और उन्हें संपत्ति और बीमा की रकम आसानी से मिल जाएगी।
जिसके बाद दोनों अपना जीवन अच्छे से व्यतीत करेंगे। लेकिन उन दोनों को यह नहीं पता था कि जहर धीमा होगा या कैसे भी यह मौत की ओर ले जाएगा और संदेह गहराएगा।
आखिरकार 3 दिसंबर को पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया और अब दोनों को रिमांड पर मौत के मामले से जुड़े अहम सबूतों को खंगाला जा रहा है।
दोस्त की पत्नी उसके जाल में फंस गई
पता चला है कि कमलकांत शाह और आरोपी प्रेमी हितेश जैन दोनों बचपन के दोस्त हैं। कमलकांत की उम्र करीब 46 साल थी। वहीं काजल की उम्र 45 साल है।
करीब 10 साल पहले शादी के बाद ही काजल की हितेश से मुलाकात हुई थी। जब कमलकांत और काजल के बीच अनबन हुई तो धीरे-धीरे हितेश से दोस्ती बढ़ती गई।
पिछले कई सालों से हितेश और काजल एक-दूसरे से प्यार करने लगे थे। इसलिए काफी समय से दोनों मिलकर इस तरह हत्या करना चाहते थे कि कोई सबूत न छोड़ पाएं।
इसलिए आर्सेनिक और थैलियम के जरिए साइलेंट किलर का इस्तेमाल कर हत्या का तरीका ईजाद किया गया।पुलिस की जांच में पता चला कि हितेश और काजल दोनों पिछले 7 महीने से मर्डर की प्लानिंग में शामिल थे।
इसी प्लानिंग के तहत काजल 15 जून को अपने पति के घर वापस आ गई। घर आकर काजल अपने पति और सास को चुपचाप जहर देने लगी। लेकिन उसे कभी पता नहीं चला कि उसकी हत्या की जा रही है।
आर्सेनिक और थैलियम क्या है?
आर्सेनिक मानव शरीर में प्राकृतिक रूप से निकलने वाले एंजाइम को भोजन पचाने से लेकर कई महत्वपूर्ण कार्यों के लिए खराब कर देता है। जिससे शरीर के कई अंग काम करना बंद कर देते हैं।
ऐसे में शरीर के कई अंग काम करना बंद कर देते हैं। वहीं, थैलियम भी पानी में घुलनशील रसायन है। यह कोई रंग भी नहीं छोड़ता और न ही इसका कोई स्वाद होता है। पूरी दुनिया में इनका इस्तेमाल साइलेंट किलर के तौर पर किया जाता है।
इन रसायनों से कई तानाशाहों से लेकर कई नेता मारे गए हैं। ये धीरे-धीरे शरीर को प्रभावित करते हैं, जिसके कारण इसका तुरंत पता नहीं चल पाता है।
जब शरीर के अंग खराब हो जाते हैं तो उल्टी, पेट दर्द और सिर दर्द की शिकायत होती है। जिसके बाद शरीर के अंग काम करना बंद कर देते हैं और मौत हो जाती है। आर्सेनिक और थैलियम के प्रयोग से आर्गन 15 से 25 दिनों में विफल हो जाता है।